सीबीएसई बोर्ड द्वारा हाई स्कूल की परीक्षाए चल रही है l परीक्षा के साइंस, गणित व अग्रेजी के प्रश्नपत्रों को पढ़कर ऐसा लगता है कि प्रश्नपत्र बनाने वालो को हाई स्कूल के पाठ्यक्रम व पाठ्यचर्या तथा बौद्धिक स्तर का नितांत अभाव है l आपके संज्ञान में होगा कि सीबीएसई ने अग्रेजी के कुछ प्रश्नों पर बोर्ड ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्ति की है l इसी तरह साइंस व गणित विषयो के प्रश्नपत्रों का लम्बा होने के साथ पाठ्यचर्या से हट कर थी l प्रश्नपत्रों की गुणवत्ता हाई स्कूल के छात्रो के स्तर की नहीं रही जिससे लाखो छात्र मानसिक रूप से परेशान है जिसका असर सीधे सीधे इनके प्रदर्शन व आत्मविश्वास पर पड़ रहा है l हजारो छात्र मानसिक रूप से बीमार हो सकते है l बोर्ड का छात्रो का स्तर मापने का प्रावधान हो न की प्रश्पत्र बनाने वालो कि अपनी बौद्धिकता दिखाते हुए प्रश्न पत्र तैयार करने का

अतः अनुरोध है की प्रश्न पत्रों कि गुणवत्ता व स्तर पाठ्यचर्या के अनुरूप हो साथ में प्रश्नों को पढ़ने व सोचने का पूरा समय छात्रों को मिलना चाहिए इसलिए आपके माध्यम से चेयरमैन महोदय को हम सभी अभिभावक कहना चाहते है कि शिक्षा व छात्रो के साथ मजाक न करे अपनी जिम्मेवारी कि गंभीरता को निभाए और प्रश्नपत्रों को परीक्षा केंद्र पर भेजने से पहले उसकी पूरी जांच पड़ताल कर सुनिश्चित करे की प्रश्नपत्र हर तरह के मानको के अनुरूप है तभी परीक्षा ली जाए l
कलेक्ट्रेट पर अधिकारियों के ना मिलने पर एडीसी को ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर संस्था के प्रो ऐ के सिंह, डा रुपेश वर्मा, एड अजय चौधरी, एड राहुल सेठ, एड दीपक भाटी, अखंड प्रताप सिंह, मांगे राम भाटी, रवि भड़ाना, सुनील खटाना मौजूद रहे।